लड़की और लड़के की उम्र
हो इक्कीस वर्ष से कम
विवाह हो सम्पन्न
कहलाता है बाल विवाह
माता पिता
अपनी जिम्मेदारी से
छुटकारा पाने हेतु
अथवा
लड़की, लड़के का
व्यवहार देखकर
बदनामी से बचने के लिए
कर देते विवाह शीघ्र
अपने किशोर अथवा किशोरी का
मजबूरी वश कम उम्र में
इस विवाह के कारण इनका
जीवन हो जाता
अंधकारमय
आता शिक्षा में व्यवधान
अपूर्ण शारीरिक विकास
अपरिपक्व विचार
कमजोर संतान
अधिक संतानोत्पत्ति
स्वास्थ्य में गिरावट
निम्न जीवन स्तर
गरीबी आदि आती ं समस्याएं जीवन में
बाल विवाह
सामाजिक कुप्रथा का विरोध करें
इसके दोषों को समझाएं सभी को
विद्यालयों में
सांस्कृतिक कार्यक्रमों में
बाल विवाह के दोषों से संबंधित
नाटकों का मंचन करवाये ं
किशोर तथा किशोरियों की
भावनाओं को उनके माता पिता समझे ंं
मित्रवत व्यवहार करें उनसे
कम उम्र में विवाह के दोष बताएं
इस कुप्रथा के दूर होने पर
होगा स्वस्थ समाज एवं विकसित राष्ट्र