सृष्टि के प्रारंभ में
श्रृद्धा और मनु
अवतरित हुए
सोचिए
क्या कारण रहा होगा
इसके पीछे
शायद
यही न
कि
दोनों पूरक थे
एक दूसरे के
जीवन अधूरा रहता
दोनों का
एक दूसरे के अभाव में
वर्तमान समय में
समाज में
कन्या भ्रूण हत्या से
हो रहा असंतुलन
स्त्री पुरुष अनुपात में
भविष्य क्या होगा
सोचा है किसी ने
क्या स्त्री के बिना
चल पाएगी सृष्टि
बिना स्त्री के
रह पाएगा पुरुष
कैसा होगा जीवन
स्त्री के अभाव में
अत:
न करें लड़का लड़की में भेद
इससे होगा
संतुलित समाज एवं राष्ट्र