तकनीक के विकास से
कम हुई
वस्तुओं की लागत
किन्तु
कम हुआ
टिकाऊपन भी
परिवर्तन आया
व्यक्ति की सोच में
सोचा
पुरानी वस्तु को सुधरवाने से
अच्छा
नयी वस्तु को खरीदना
इससे
मनुष्य के जीवन में आया
भौतिकवाद
मनुष्य को मनुष्य से कम
वस्तुओं से अधिक प्रेम हुआ
सामाजिक मूल्यों में
आया परिवर्तन
सेवाभाव
हुआ कम
परिणामस्वरूप
व्यक्ति हुआ
स्वार्थी एवं लालची
धन ही हो गया
सबकुछ
व्यक्ति रह गया
यूज एण्ड थ्रो वस्तु बनकर